“विजयादशमी : परंपरा और उत्साह के साथ मनाया गया बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व”

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02 अक्टूबर 2025

(सीजी क्राइम रिपोर्टर)


सत्य सदा असत्य को हरावे,
धर्म की ज्योति जगत में छावे।
रावण का अहंकार मिटाया,
राम नाम जग में छाया।

दशहरा देता यही सिखावन,
त्यागो भीतर की हर बुरावन।
प्रेम, करुणा और सत्य अपनाओ,
नव जीवन में उजियारा लाओ।

विजया दशमी पर्व पर गूँजी जय-जयकार, असत्य पर सत्य की विजय का संदेश

बिलासपुर:–शारदीय नवरात्र की पूर्णाहुति पर पूरे शहर में आज विजया दशमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न स्थानों पर रावण दहन कर असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश दिया गया।

रामलीला मैदानों और प्रमुख चौक-चौराहों पर देर शाम तक हजारों की भीड़ उमड़ी रही। बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने मिलकर बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन किया और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया।

पर्व के मौके पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने भी लोगों को आकर्षित किया। पूरे वातावरण में “जय श्रीराम” के उद्घोष गूंजते रहे।

इस अवसर पर लोगों ने एक स्वर में यही संदेश दिया कि—सत्य की राह पर जो चलता है,
वही जीवन में सफल होता है।
विजया दशमी हमें यही सिखाती है,
कि हर अंधकार के बाद प्रकाश आता है।”

सत्य की राह पर जो चलता है,
वही जीवन में सफल होता है।
विजया दशमी हमें यही सिखाती है,
कि हर अंधकार के बाद प्रकाश आता है।

विजया दशमी का यह पर्व न केवल रावण दहन तक सीमित रहा, बल्कि समाज को यह प्रेरणा भी देता रहा कि बुराइयों का अंत कर सत्य, शांति और सद्भाव को अपनाया जाए।