व्यापार विहार मिश्रा पान मसाला  दुकान में घुसकर की गुंडागर्दी और धमकी…।

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27 अगस्त 2025

(सीजी क्राइम रिपोर्टर)

मेघना तम्बाकू औऱ मेघना बीड़ी का,कौन कर रहा है ट्रेड मार्क कि चोरी ?

मेघना औऱ मेधाना तम्बाकू दोनों में से कौन पालन करता है विभागीय नियम?


मिश्रा पान मशाला के दुकान के अंदर घुस कर कि गई गुंडाही माल जप्ति पर कौन करेगा कार्यवाही?

बिलासपुर :तम्बाकू पान मसाला का नशा इस कदर हावी है शहर के क़ानून व्यवस्था पर कि तम्बाकू गुटखा पान मसाला उत्पादको पर शिकंजा नहीं कस पा रही है. अभी हाल ही एक घटना सामने आया जिसमे बिलासपुर के व्यापार विहार क्षेत्र में एक पान मसाला चिल्हर विक्रेता के दुकान में घुस कर रसूखदार तम्बाकू उत्पादनकर्ता निर्माता जिसका नाम मेघना है जिसके निर्माता कंपनी टेकन दास एंड संस संचालक संजय आहूजा योगेश आहूजा एवं कर्मचारी रवि डोडवानी द्वारा बलपूर्वक दुकान में घुसकर दुकानदार नीरज मिश्रा को गंदी भद्दी गाली गलौज जान से मारने कि धमकिया धंधा नहीं करने औऱ पैसे के दम पर जेल भेजनें फर्जी ट्रेड मार्क कॉपी राइट जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए दुकान में बर्बरता औऱ हुज्जतबाजी करने पर आमादा थे।


इस पुरे घटनाक्रम का रिकॉर्डिंग दुकान में लगे सीसी टीवी कैमरे में कैद हो गई है मेघना नामक तम्बाकू उत्पादनकर्ता का आरोप है कि मेधाना नामक तम्बाकू उसके ब्रांड ट्रेड मार्क कॉपी राइट कि चोरी कर रहा है जिससे उनको व्यापारिक क्षति हो रही है. मार्केट में मेघना ने अपना नाम बनाया है जिसका बेजा लाभ इसी के जैसा नाम मेधाना रखकर उठा रहे.?

जिस समय मिश्रा पान मसाला दुकान में ये तीनो घुसकर गुंडाही कर रहे थे ।दुकान संचालक के दुकान कि अनाधिकृत जाँच औऱ जप्ति कर रहे थे औऱ मेधाना के माल का ओरिजनल बिल भी मांग रहे थे तब दुकानदार ने मेधाना के निर्माता कंपनी को कॉल किया औऱ पूरी घटनाक्रम की जानकारी दी,तब मेधाना के मालिक मौके पर पहुंचे तब मेघना के लोग लगभग 5हजार का माल बलपूर्वक ले जा चुके थे।

दुकानदार कि शिकायत को थाने ने ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया 19 अगस्त कि घटना पर 23 अगस्त को मामूली धाराओं के तहत एफआईआर होती है,जिसकी जाँच होना बाकि है।


इस पुरे घटना को नजदीक से जानने पर पता चलता है कि मेघना नामक तम्बाकू उत्पाद दरअसल मेघना बीड़ी के निर्माता ट्रेडमार्क रजिस्ट्री रिकॉर्ड के अनुसार, “मेघना बीड़ी” ब्रांड के स्वामी गणेश चंद्र शाहा हैं। उन्होंने 16 अक्टूबर 2001 को “मेघना बीड़ी” के लिए ट्रेडमार्क पंजीकृत कराया और यह ट्रेडमार्क वर्ग 34 के अंतर्गत आता है, जिसमें बीड़ी जैसी वस्तुएं शामिल हैं। व्यापारिक सूत्रों से जानकारी मिली कि टेकन दास एंड संस संचालक संजय आहूजा योगेश आहूजा के खिलाफ मेघना बीड़ी ने ट्रेड नाम औऱ ट्रेडमार्क चोरी करने का आरोप लगाया है? जो कि माननीय न्यायलय में मामला लंबित है? वही दूसरी ओर टेकन दास एंड संस ने दुकानदार औऱ मेधाना तम्बाकू पर ट्रेडमार्क कॉपी राइट पर बड़े बड़े आरोप तो लगा दिए है पर खुद का कोई प्रमाण सार्वजनिक नहीं किया है.?
जेल भेजनें कि धमकी देने वाले का थाने में कुछ नहीं चली औऱ न ही कोई साक्ष्य प्रस्तुत कर रहा है.वही मेधाना तम्बाकू संचालक प्रकाश कुमार आहूजा मनोज आहूजा ने अपना प्रमाण दिखाते हुए दुकानदार के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज कराने में तो सफल हो गया, लेकिन क्या इसकी जाँच औऱ कार्यवाही का सिकंजा कसा जाएगा.
व्यापार विहार में जो एकतरफा तम्बाकू बाजार पर राज करना चाह रहा है उसको प्रशासनिक विभागों का कोई डर भय नहीं न ही जी एस टी विभाग का, न खाद्य एवं सुरक्षा विभाग का. सभी विभागों के नियमो का खुला उल्लंघन किया जा रहा है जबकि
मिश्रा पान मसाला वाला इनसे प्रतिदिन 8 से 10 हजार का मेघना तम्बाकू का धंधा करता चला आ रहा है,जो एक साल का एक चिल्हर व्यापारी से 35 से 40 लाख धंधा मिल रहा था जिससे साफ औऱ स्पष्ट है कि इनको पैसा नहीं अपना डर का धंधा स्थापित करना है
इस पुरे खेल को समझते हुए यह तो सिद्ध होता है कि शासन औऱ प्रशासन दोनों को जो पूरा झोल पता है फिर भी कोई जाँच नहीं कार्यवाही नहीं
क्यों…….?क्या ऊपरी दबाव है….?
या अंदर थाने में सब कुछ सेटलमेंट हो गया है…?

गरीब ओर मध्यम वर्गीय व्यापारी के ऊपर तुरंत एक्शन कार्रवाई होती है पर ऐसे  सेठो पर कार्रवाई के नाम पर  खाना पूर्ति और दिखावा क्यों?
क्या जब कोई बड़ी दुर्घटना हो तब एक्शन में आएगी पुलिस और प्रशासन?