वृद्धाश्रम और शेल्टर होम में पुलिस ने मनाई अनोखी दीपावली — बुजुर्गों के आशीर्वाद और बच्चों की मुस्कान से गूंजा यातायात पुलिस बिलासपुर का “चेतना अभियान”

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21 अक्टूबर 2025

सीजी क्राइम रिपोर्टर……

बिलासपुर:–दीपावली के इस पावन पर्व पर जहां पूरा शहर रोशनी और उत्सव में डूबा था, वहीं यातायात पुलिस बिलासपुर ने एक अनोखी और प्रेरणादायक पहल की। “चेतना अभियान” के तहत पुलिस अधिकारियों, पुलिस मित्रों, नागरिक संगठनों और समाजसेवी संस्थाओं ने मिलकर वृद्धाश्रम और शेल्टर होम में रह रहे बुजुर्गों और बच्चों के बीच दीपावली का उल्लास मनाया।

त्योहारी ड्यूटी के बीच कुछ समय निकालकर पुलिस ने सेवा, स्नेह और संवेदना का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया, जिसने सभी के दिलों को छू लिया।

वृद्धाश्रम में बुजुर्गों संग दीपोत्सव

शहर के वृद्धाश्रम पहुंचे यातायात पुलिस और सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने देव तुल्य बुजुर्ग माताओं और पिता तुल्य वरिष्ठ जनों की सेवा-सुश्रुषा की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।


वृद्धाश्रम परिसर को बैलून और दीपों से सजाया गया, मिठाइयाँ वितरित की गईं, और सभी ने मिलकर फुलझड़ियां और पटाखे जलाते हुए दीपावली का उल्लास साझा किया।
इस अवसर पर बुजुर्गों ने भावुक मन से अपने अतीत की यादें और जीवन के अनुभव साझा किए तथा समाज से अपील की कि “कभी भी अपने माता-पिता या बुजुर्गों को परिवार से अलग न करें, क्योंकि इस उम्र में उन्हें सबसे अधिक भावनात्मक सहयोग की आवश्यकता होती है।”

बच्चों संग रंगीन दीपावली मिलन

यातायात पुलिस और नागरिक संगठनों ने शहर के शेल्टर होम में रह रहे बालक-बालिकाओं के साथ दीपावली मनाई।
फुलझड़ियाँ जलाईं, पटाखे फोड़े, बैलून सजाए और बच्चों के साथ मिलकर मुस्कान और आनंद से भरा दीपावली उत्सव मनाया।
बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक पुलिस “अंकल-आंटी” के साथ पर्व मनाते हुए धन्यवाद प्रकट किया।

भावनात्मक क्षण और सामाजिक संदेश

इस कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारी और स्वयंसेवक भावुक हो उठे। उन्होंने मीडिया से साझा किया कि दीपावली केवल रोशनी का नहीं, बल्कि संवेदनाओं और रिश्तों को पुनर्जीवित करने का पर्व है।
सभी ने एकस्वर से कहा — “माता-पिता परिवार की आत्मा होते हैं, उनकी सेवा और देखभाल हम सभी का नैतिक कर्तव्य है।”

पुलिस की ड्यूटी और संवेदना दोनों में मिसाल

शासन द्वारा बुजुर्गों की देखभाल और सुरक्षा के लिए बनाए गए विधिक प्रावधानों की जानकारी भी नागरिकों को दी गई। संदेश दिया गया कि कोई भी परिवार अपने बुजुर्ग सदस्यों को किसी भी परिस्थिति में अकेला न छोड़े। पुलिस की ड्यूटी और संवेदना दोनों में मिसाल

यातायात पुलिस का कहना है कि दीपावली जैसे प्रमुख पर्वों में पुलिस बल 24×7 यातायात और सुरक्षा व्यवस्था संभालता है, जिससे उन्हें अपने परिवार के साथ त्योहार मनाने का अवसर नहीं मिल पाता। ऐसे में वे समाज के साथ मिलकर सेवा और सहभागिता के माध्यम से इस पर्व का आनंद साझा करते हैं।

कार्यक्रम में उपस्थित रहे

इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (यातायात) रामगोपाल करियारे, यातायात विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, समाजसेवी संस्था “स्वयं सिद्धा फाउंडेशन” की अध्यक्ष चंचल सलूजा, सदस्य ज्योति मिश्रा, सरभजित कौर, शेखर सरकार सहित कई नागरिक संगठन और पुलिस मित्र उपस्थित रहे।

दीपों की रोशनी, बुजुर्गों के आशीर्वाद और बच्चों की मुस्कान के साथ इस बार की दीपावली यातायात पुलिस बिलासपुर के लिए एक यादगार “मानवता का उत्सव” बन गई।