बिलासपुर : हिर्री माइंस के पास ब्लाइंड मर्डर केस में बड़ा खुलासा हुआ है। मृतक की पत्नी, सास और साढू ही कातिल निकले हैं। पति की प्रताड़ना से परेशान पत्नी ने मां के साथ मिलकर साजिश रची थी। मृतक की सास ने एक लाख रुपए में मृतक के साढू को सुपारी दी थी। पुलिस CCTV फुटेज और साइबर सेल की मदद से आरोपियों तक पहुंची। चकरभाठा पुलिस चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
यह घटना 17 जुलाई की है, जब हिर्री माइंस के पास एक अज्ञात युवक की लाश बरामद हुई थी। शव की हालत देखकर अंदेशा जताया गया था कि उसे बेरहमी से पत्थर से कुचलकर मारा गया है, जो कि पहचान छुपाने से किया गया कृत्य प्रतीत होता है। इस मामले में साइबर सेल और चकरभाठा पुलिस ने 100 से अधिक CCTV फुटेज खंगाले और मृतक की पहचान साहिल कुमार पाटले के रूप में की।
मामले की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। साहिल की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसकी पत्नी वर्षा, सास सरोजनी, साढू राजाबाबू और उसके दोस्त विकास ने मिलकर की थी। दरअसल, मृतक को शराब की लत थी। घरेलू हिंसा से परेशान होकर उसकी पत्नी वर्षा ने इसकी जानकारी अपनी मां सरोजनी को दी। फिर दोनों ने मिलकर एक लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या साहिल की कराई। सरोजनी ने अपने दूसरे दामाद राजाबाबू और उसके दोस्त को हत्या करने के लिए 1 लाख रुपए में राजी किया, जिसमें आरोपियों को 8 हजार रुपए एडवांस भी दिया गया था। इस तरह घटना कि योजना तैयार कर अंजाम तक पहुँचाने की साजिश रची गई।
हत्या से पहले पिलाई गई थी शराब :
साजिश के तहत हत्या की रात सभी ने मिलकर साहिल को शराब पिलाई और नशे में होने पर पत्थर से सिर कुचलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। गिरफ्तार आरोपियो में सरोजनी खुंटे (सास), वर्षा खुंटे (पत्नी), राजाबाबू खुंटे (साढू), और विकास आदिले (मित्र) शामिल है। पुलिस ने घटना स्थल से घटना में प्रयुक्त पल्सर बाइक, पत्थर और चार मोबाइल फोन जब्त किए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने इस सफल कार्रवाई के लिए पूरी टीम की सराहना करते हुए पुरस्कार की घोषणा की है। इस तरह इस मामले का पटाक्षेप हुआ।
