05 अक्टूबर 2025
(सीजी क्राइम रिपोर्टर)
बिलासपुर। बिल्हा थाना क्षेत्र के उड़ियापारा में हुई घटना के बाद हिंदू संगठन से जुड़े रामसिंह ठाकुर की गिरफ्तारी ने अब बड़ा राजनीतिक रूप ले लिया है। इस पूरे प्रकरण पर छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष आर.पी.आई. (आठवले) एवं सनातन सेविका उषा आफले ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा — “यह कार्रवाई पूरी तरह हिंदू विरोधी है। जो व्यक्ति धर्मांतरण और गौहत्या के खिलाफ आवाज उठा रहा था, उसे ही अपराधी बना दिया गया। यह प्रशासन की दोहरी नीति और तुष्टीकरण का परिणाम है।”

उषा आफले ने आगे कहा कि रामसिंह ठाकुर जैसे कार्यकर्ता समाज में धर्म और संस्कार की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं। गौवंश की रक्षा करना अपराध नहीं, बल्कि हर सनातनी का कर्तव्य है।
उन्होंने चेतावनी दी — “यदि रामसिंह ठाकुर को शीघ्र रिहा नहीं किया गया, तो प्रदेशभर में उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।”
गौरतलब है कि बीते दिनों उड़ियापारा में गौवंश का मांस काटे जाने की सूचना पर रामसिंह ठाकुर अपने साथियों के साथ संबंधित घर पहुंचे थे, जहां विवाद की स्थिति बनी। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने ठाकुर के खिलाफ मारपीट और एट्रोसिटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है।
वहीं, गिरफ्तारी के विरोध में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय जेल के बाहर प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रामसिंह ठाकुर की तत्काल रिहाई की मांग की।
उषा आफले ने कहा — “छत्तीसगढ़ में लगातार हिंदू संगठनों को दबाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे, जब तक निर्दोष कार्यकर्ताओं को न्याय नहीं मिलता।”
